बन जाती हूँ । बन जाती हूँ ।
आपसी तल्खियां बहुत बाद जाती है (कटुता ) शहरी पुरानी बस्तियाँ आबाद जाती है। आपसी तल्खियां बहुत बाद जाती है (कटुता ) शहरी पुरानी बस्तियाँ आबाद जाती है।
मत उड़ा तू कभी भी मज़ाक किसी का कभी कभी कुत्ता भी शेर बन जाता है। मत उड़ा तू कभी भी मज़ाक किसी का कभी कभी कुत्ता भी शेर बन जाता है।
यूं तो हर किसी की कोई न कोई कहानी है रवानी है, जवानी है दीवानगी भी रूहानी है पर यूं तो हर किसी की कोई न कोई कहानी है रवानी है, जवानी है दीवानगी भी र...
मुस्कुराहट कब थम जाती है हम होंठ बंद कर लेते हैं सपने कब खत्म होते हैं हम आँखें खोलते मुस्कुराहट कब थम जाती है हम होंठ बंद कर लेते हैं सपने कब खत्म होते हैं हम आँ...
मेरी आँखों को मिली सजा आज रात तेरी ख़ातिर, ख्वाबों में दीदार की तमन्ना में रोते रहे ते मेरी आँखों को मिली सजा आज रात तेरी ख़ातिर, ख्वाबों में दीदार की तमन्ना में रो...